kmiainfo: Jahannam ke khaufnaak manazir Jahannam ke khaufnaak manazir

Jahannam ke khaufnaak manazir

जहन्नम के खौफनाक मनाज़िर ०१

🔘 जहन्नम कहाँ वाक़ेअ होगी ?

🔘 हज. मुजाहिद रह. फरमाते है के:  मैने हज. इब्ने अब्बास रदी. से अर्ज़ किया: *जन्नत कहाँ है ?*

फ़रमाया: ७ आसमानों के ऊपर।

🔘 मैंने अर्ज़ किया
और *जहन्नम कहाँ है ?*

फ़रमाया: ७ तेह बा तेह समन्दरों के निचे।

🔘 फायदा: जब अल्लाह ता'अला को क़यामत बरपा करना मंज़ूर होगी तो यह सातो समंदर खुश्क हो जायेंगे और जहन्नम ज़ाहिर कर दी जाएगी।

🔘 हज. इब्ने मसूद रदी. से रिवायत है के: उन्होंने फ़रमाया: जन्नत सातवें आसमान के ऊपर है और जहन्नम निचली सातवीं ज़मीन पर है।

फिर ऊन्होंने यह आयत पढ़ी :

(तर्जुमा) "बिला शुबा नेक लोगों का नामा-ए-आमाल इल्लिय्यीन में रहेगा और बदकार याने काफिर लोगों का नामा-ए-आमाल सिंजजीन में रहेगा"

(सूरह मुतफफिफीन आयत १८ और ७)

🔘 खुलासा :हदीस और सहाबा रदी. ताबीइन और मुफ़स्सिरीन के अक़वाल से यह बात साबित हुयी के जहन्नम सातवीं ज़मीन के बाद है.. ... 

जहन्नम के खौफनाक मनाज़िर ०२

🔘 जहन्नम कहाँ है ?

🔘 हज. इब्ने उमर रदि. से रिवायत है के आप ﷺ ने फ़रमाया : जहन्नम ने दुनिया को घेर रखा है, और जन्नत उसके आगे है, इसी वजह से जन्नत में जाने के लिए जहन्नम पर पुलसिरात का रास्ता होगा।

📚गरीब मुनकर

🔘 बा'ज रिवायत में यह भी है जिससे मालूम होता है के जहन्नम भी आसमान पर है।

🔘 मशहूर मुफ़स्सिर हज. मुजाहिद रह. कुरान करीम की सुरह ज़ारियात की आयात नं २२ की तफ़्सीर में फरमाते है के : मुराद इससे जन्नत और जहन्नम है, या'नि यह दोनों आसमान पर है।



     जहन्नम के खौफनाक मनाज़िर ०३

🔘 रोज़-ए-क़यामत समुन्दर भड़काए जायेंगे*

🔘 हज. या'ली बिन उमैय्यह रदी. नबी ए करीम ﷺ   का इरशाद नकल करते है के आप ﷺ ने फ़रमाया :

"समुन्दर ही जहन्नम है"

🔘 हज. इब्ने अब्बास रदी. फरमाते है के यह समुन्दर भी उतने भड़काए जायेंगे के आग बन जाएगी। 

🔘 हज.  इब्ने अब्बास रदी. का फरमान है के, जहन्नम तेह बा तेह ७ समुंदरों के निचे है।

🔘 समंदर की गहरायी दोज़ख की गहरायी है।

🔘 अब्बास बिन यज़ीद अल बहरानी कहते है मैंने वलीद बिन हिशाम से सुना और उनसे पूछा के आपने यह बात कहाँ से ली है ?
तो उन्होंने कहा ऐसे आदमी से ली है जो पहले अहले किताब थे, फिर इस्लाम क़ुबूल किया, और इस्लाम की मुकम्मल इत्तिबा करता था।

🔘फ़रमाया के जब मछली ने हज. यूनुस अस. को लुक़मह बनाया तो सातों समन्दरों में घूमी, यहां तक के समंदर की गहरायी की उस जगह जा ठहरी जहां जहन्नम की गहरायी मिलती है, पस हज. यूनुस अस. ने मछली के पेट में तस्बीह पढ़ी, जिसे क़ारून (काफिर) ने भी सुना, जो उस वक़्त जहन्नम में था (उसके बा'द उन्होंने) उसके आगे भी रिवायत बयान की। 

📘अबिदद्दुनिया

🔘 बेहरे रोम दोज़ख के समुंदरों का मरकज़ है। 

🔘 मुआविया बिन सईद फरमाते है, 
यह समुंदर बहरे रोम समुंदर के एतबार से ज़मीन के दरमियान में है, छोटे समुंदर इसी से आकर मिलते हैं।

🔘 और सब से बड़े समुंदर को भी इसी में डाला जायेगा, इसके निचे बहोत कुंवे है, जो आग से भरे हुवे है, जब रोज़ ए क़यामत होगा उसको भी भड़का दिया जायेगा।

📘इब्ने अबि हातिम

    जहन्नम के खौफनाक मनाज़िर ०४

🔘 जहन्नम की आग और तबक़ात*

🔘 हज. यज़ीद बिन अबी मालिक हमदानी फरमाते है :
*जहन्नम की ७ आग है, उनमे से हर ऊपर की आग निचे की आग को उस खौफ से देखती है के वह मुझे खा न जाये।* 

🔘 हज. ज़ह्हाक फरमाते है :  
*जहन्नम के ७ दरवाज़े है, वही इसकी ७ मनाज़िल है।*

🔘 *सब से ऊपर वाली मंज़िल में अहले तौहीद को* उनके बुरे आमाल और दुनिया में उनकी उम्रो के बक़द्र अज़ाब दिया जायेगा, फिर उनको वहाँ से निकाल लिया जायेगा। 

🔘 *दूसरे* तबक़ह में यहूदी,

🔘 *तीसरे* में ईसाई,

🔘 *चौथे* में सबी,

( *सबी* चौथे तबक़ह का नाम है, उसमे जाने वाले "सबी" होंगे, यह एक क़ौम है जो सितारों को पूजती थी जो अब तक़रीबन ख़त्म हो चुकी है) 

🔘 *पांचवे* में मजूसी,

🔘 *छठे* में मुशरीकीन,

🔘 और *सातवे* में मुनाफिकीन को दाखिल किया जायेगा।

🔘 मुनाफ़िक़ दोज़ख के सब से खतरनाक तब्क़ा में बंध ताबूतों में क़ैद होंगे, जिनके दरवाज़े भी नहीं होंगे, यह निचला तबक़ह उनको ऐसे घेरे हुवे होगा के उनके ऊपर-निचे से आग को तेज़ किया जायेगा, उनके लिए उनके ऊपर से भी आग के मुहित (बादल) होंगे और उनके निचे से भी आग के बादल होंगे।

📗 सुरह जुमर १६.

Post a Comment

Previous Post Next Post